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Channel: लघुकथा
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सुरक्षा

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“कौन है बाहर? ज़रा जाकर देखो।” बाहर से आते शोर पर खिन्न होकर इंस्पेक्टर ने एक सिपाही को आदेश दिया।

Lovelesh Duttसिपाही तुरन्त बाहर चला गया। लगभग दो मिनट बाद अन्दर आकर उसने बताया, “साहब ! कोई लड़की है। किसी मनचले लड़के की शिकायत कर रही है और उसके खिलाफ एफ आई आर लिखवाना चाहती है।”

“तो प्राब्लम क्या है?” इंस्पेक्टर ने अपनी खिड़की से बाहर झाँककर शिकायत करने वाली लड़की को ध्यान से देखा और उसने अन्दर बुलाया।

लड़की के साथ दो अन्य सिपाही भी अन्दर आ गए।

इंस्पेक्टर, “हाँ, बताओ क्या बात है?”

“साहब! एक लड़का मुझे बहुत परेशान कर रहा है। आते-जाते रास्ता रोक लेता है। आज तो उसने हद कर दी। मुझसे बोला कि अगर मेरी बात नहीं मानी ,तो तुझे उठाकर ले जाऊँगा और अपने दोस्तों के साथ मिलकर तेरा…” लड़की ने नज़र नीची कर ली और कुछ क्षण चुप रहकर फिर बोली, “आपसे अपनी सुरक्षा की गुहार करने आई हूँ साहब!”

इंस्पेक्टर जो उसे अब तक घूरकर देख रहा था बोला, “कहाँ रहती हो तुम?”

“ज…जी…जी वह मैं लक्ष्मी नगर कालोनी के पीछे बस्ती में…” लड़की ने हिचकते हुए कहा।

“ओह!” इंस्पेक्टर ने लड़की के पूरे शरीर पर नज़रें दौड़ाते हुए कहा, “वह एरिया तो रेड लाइट एरिया है, शायद…”

“जी साहब !” कमरे में मौजूद सभी सिपाही बोल पड़े।

“अब रेड लाइट एरिया वालों को भी सुरक्षा की ज़रूरत पड़ गई ?” कहकर इंस्पेक्टर ने जोरदार ठहाका लगाया। कमरे के सभी सिपाही भी हँस पड़े। लड़की चुपचाप कमरे से बाहर निकल गई। हँसी अब भी कमरे में गूँज रही थी।

-0-शिवछाँह, 165-ब, बुखारपुरा, पुरानाशहर, बरेली-243005 (उ0प्र0)

दूरभाष 9412345679 ईमेल lovelesh.dutt@gmail.com


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