

परिदृश्य ‘कथादेश : पुरस्कृत लघुकथाएँ’ का लोकार्पण
नयी किताब प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘कथादेश : पुरस्कृत लघुकथाएं’ का लोकार्पण दिनांक 07-01-2020 प्रसिद्व साहित्यकार महेश कटारे जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर वागर्थ के संपादक शम्भूनाथ जी, प्रसिद्ध कहानीकार भालचंद जोशी, प्रोफेसर गोपेश्वर सिंह, पवन करन जी, सुभाष नीरव जी, अवधेश श्रीवास्तव जी और पुस्तक के संपादक हरिनारायण एवं सुकेश साहनी की सहभागिता रही।नवोदित लघुकथा लेखिकाओं में सविता मिश्रा, नीता सैनी उपस्थित रहीं। सर्वप्रथम सुकेश साहनी ने पुस्तक का परिचय कराते हुए कहा कि लघुकथा जगत में एक साथ इतनी सशक्त,पुरस्कृत लघुकथाओं का यह पहला संग्रह है। शम्भूनाथ जी ने कहा कि लघुकथाओं का पाठक वर्ग बढ़ रहा है,सोशल मीडिया पर कहानी और लेखों को पढ़ना मुश्किल है,वहीँ आकारगत लघुता के कारण लघुकथाओं को पढ़ा जा रहा है।भालचंद जोशी जी ने कहा कि इस संग्रह में शामिल लघुकथाएँ गंभीर हैं,विधा की समझ रखने वाले कथाकारों ने इन्हें रचा है।अवधेश श्रीवास्तव ने कहा की लघुकथा अभी भी फिलर के रूप में इस्तेमाल हो रही है। सुभाष नीरव ने कहा की लघुकथा स्थापित हो चुकी है,अब इसे फिलर के रूप में नहीं छापा जाता,बल्कि इसके लिए जगह बनायी जाती है। महेश कटारे जी ने अपने उद्बोधन में अपनी निर्णायक की भूमिका का उल्लेख करते हुए लघुकथा-संग्रह की सराहना की। लघुकथा के महत्त्व को रेखांकित करते हुए निर्णायक के तौर पर अपनी पढ़ी लघुकथा ‘दंश’ उल्लेख करते हुए कहा की ऐसी रचनाएँ देर तक पाठक को याद रहती हैं। कार्यक्रम का संचालन कथाकार श्रीधरम ने किया।