जब वे सुपरस्टार थे, लोग उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब रहते थे। उनके कपड़े, हेयर स्टाइल, उनकी हर अदा की दीवानी थी पब्लिक। बगल में से कभी निकल जाएँ, तो धन्य हो जाते थे लोग..। छूना तो स्वप्न था। देखना भी कम ही लोगों को नसीब था।
आज स्थिति उलट गई। अब वे सुपरस्टार नहीं रहे। उम्र हो गई। अब तो प्रशंसक भी नहीं आते …ना ही कोई इंटरव्यू करने आता है। पहले तो पत्रकार भी आगे पीछे भागते थे।
सालों बाद आज किसी पत्रकार ने एक कार्यक्रम में उनसे चंद सवाल कर लिये। उनका दर्द उमड़ आया..” क्या सारे प्रशंसक चूक गए …? पहले हुजूम उमड़ा रहता था, अब लोग पूछते ही नहीं.… क्या हो गया है आजकल के लोगों को ..?”
जवाब उन्हें कुछ दूर खड़ी महिला से मिला–” हम भी आपकी तिरछी गर्दन वाली हर अदा के दीवाने थे सर …! और मैं ही क्यों, मेरे जैसे हज़ारों, लाखों आपके प्रशंसक थे। लेकिन माफ कीजिएगा सर….! आपकी वह गर्दन तब अकड़ी अकड़ी रहती थी। आपने कभी अपने प्रशंसकों को तवज्जो नहीं दी… उन्हें कभी स्नेह व सम्मान नहीं दिया। वर्षों आपने लोगों के दिलों पर राज तो किया मगर दिलों के भीतर जगह नहीं बना पाए सर..।
सुपरस्टार का झुर्रियों वाला गुलाबी चेहरा तिरछी गर्दन के साथ सब समझ गया।
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