Quantcast
Channel: लघुकथा
Viewing all articles
Browse latest Browse all 2466

कामवाली बाई

$
0
0
  1.              आज सुनीता बेहद ही प्रसन्न थी । मुख्यद्वार के सामने बैठी हँस–हँसकर फोन पर अपनी खुशी का इज़हार  रिश्तेदारों और दोस्तों से कर रही थी । सभी लोग उसके बढ़े हुए वेतन पर बधाइयाँ दे रहे थे ।  इस बीच काम वाली बाई दरवाजे पर दिखाई दी । सुनीता का सुर और भाव-भंगिमा अचानक बदल गए ।

“ हाँ रश्मि, ‘देखो पर महँगाई कितनी बढ़ गई है!  जितना मिलता वो भी कम पड़ जाता है ।‘

-0- भारतीय जीवन बीमा निगम,शाखा – बड़वाह ( म.प्र )-451551 ,9425478044

0731-2590910;http://devendrasinghsisodiya.blogspot.in/


Viewing all articles
Browse latest Browse all 2466

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>