आज रिया को लड़के वाले देखने आये थे । उसे देखने से पहले ही उन्होंने उस के पिताजी से पूछ-ताछ शुरू कर दी । और बात ही बात में पूछा “कितने का सालाना पैकेज है रिया का” ? उस के पिताजी ने झिझकते हुए कहा जी कुछ पाँच लाख का ।
ओह्ह्ह फिर तो ठीक है हमारे बेटे के बराबर ही है । अब तो रिश्ता तय करने में कोई परेशानी नहीं । चलिए आगे की बात करते हैं । शादी की तारीख, खर्च आदि ।
तभी रिया अंदर से आई और बोली “माफ कीजिए आंटी आप ने सिर्फ मेरा फोटो देखा और सैलैरी पैकेज पूछने लगीं । मेरे पापा ने आप को बायो डेटा में मेरी शिक्षा व नौकरी का पूरा ब्योरा दिया था ; लेकिन फिर भी आप को मेरी काबिलियत से नहीं, मेरी तनख्वाह से मतलब है । और तो और आप ने मुझसे मिलना भी ज़रूरी नहीं समझा । क्या मैं आप से आप की पुश्तैनी जमीन जायदाद के बारे में जान सकती हूँ और यह पूछ सकती हूँ कि आप मुझे कितने डायमंड सेट देंगे शादी में ? पर हाँ यदि मैं ऐसा पूछूँ ,तो मैं एक बिगड़ैल और लालची लड़की कहलाऊँगी । और आप मुझे जगह-जगह संस्कारहीन के नाम से बदनाम भी करेंगे ;क्योंकि आप लड़के वाले हैं । आप ने ये न सोचा कि मेरे पापा ने मुझे पढाने में उतने ही रुपये खर्च किए होंगे जितने आप ने अपने बेटे को पढ़ाने में किए । कितनी शामें चिंता में गुजारी होंगी जब मैं समय पर घर न पहुँची थी और मेरी माँ ने मुझे रसोई के काम काज में न लगाकर अपने पैरों पर खड़ा किया, ताकि कल मैं किसी की मोहताज न रहूँ । फिर भी आप मेरा सैलैरी पैकेज पूछ रहे हैं । माफ कीजिए ! आप को बहू नहीं ए. टी. एम. मशीन चाहिए । जिसमें जब चाहे कार्ड डालो और पैसे बाहर आ जाएँ । मैं स्वयं इस रिश्ते को अस्वीकार करती हूँ ।
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