लघुकथा डॉट कॉमः भाषान्तर
अनुवाद मूल रचनात्मकता से बड़ा काम होता है: सुभाष नीरव ‘लघुकथा डॉट कॉम’ वेबसाइट आज जिस गरिमामय मुकाम पर आ पहुँची है, उसके पीछे जाने-माने कथाकार सुकेश साहनी और बहुआयामी वरिष्ठ साहित्यकार...
View Articleलघुकथा लेखन और रचनात्मकता
लेखन’ एक सामान्य शब्द है, जिसका मूल अर्थ केवल लिखना है। जो लिखा गया , वह निरर्थक से लेकर सार्थक तक कुछ भी हो सकता है। ‘लेखन’ के ध्वनित अर्थ से किसी गुणात्मकता जैसी विशिष्टता का बोध नहीं होता है। लेखन...
View Articleसुखी जीवन
(अनुवाद :सुकेश साहनी) एक शाम कवि और किसान की मुलाकात हो गई. कवि कुछ रूखा था और किसान संकोची, फिर भी वे आपस में बातचीत करने लगे। किसान ने कहा, “मैं तुम्हें एक छोटी-सी कहानी सुनाता हूँ जिसे मैंने अभी...
View Articleलघुकथा के विविध आयाम ( कथ्य एवं शिल्प )
‘सहज पके सो मीठा होय’ जब तक कथ्य सहज रूप से परिपक्व नहीं होगा और शिल्प का अधिकतम परिमार्जन नहीं हुआ होगा, लघुकथा पाठक के हृदय पर विराजेगी कैसे? भेड़ियाधसान प्रवृत्ति से बचने की सलाह देते हुए लेखक...
View Articleदो लघुकथाएँ
मेरी पसंद : महावीर राजी यह सुखद बात है कि लघुकथा को साहित्य की एक स्वतंत्र विधा के रूप में क्रमशः मान्यता मिल रही है। हालाँकि इस स्वीकृति’ (recognition) की गति अपेक्षा के अनुरूप उत्साहवर्धक नहीं है।...
View Articleसेकंड हैंड
सुबह-सुबह दयालजी को गुप्ताजी का फोन आया, “दयाल बाबू, शाम को होटल मौर्य में अपनी बेटी की शादी का फंक्शन रखा है. परिवार को लेकर आ जाना।” इतना कहते ही उधर फोन कटा इधर दयाल जी के माथे पर बल पड़ गए, ‘अब यह...
View Articleलघुकथा का निबंध
लघुकथा पढ़ने–लिखने में एक शब्द पर वस्तुत: यह दो भावों का गठबंधन है–लघु और कथा। एक–दूसरे के संपूरक। यही लघुकथा की शास्त्रीयता है और इस शास्त्रीयता को आत्मसात किए बगैर लघुकथा की सिद्धि असंभव है। लघुता...
View Articleकबाड़
गढ़वाली अनुवादः डॉ. कविता भट्ट नौना थैं तीन कमरों कु फ्लैट मिली छौ। मजदूरु क दगड़ा मजदूर बण्यां किशन बाबू खुशी-खुशी सामान थैं ट्रक बिटि उतरौंणा छा। सैडी उम्र किराया क मकानूू म गळै यालि छै। कुछ बि हो,...
View Articleडाका
गढ़वाली अनुवादः डॉ. कविता भट्ट बरात द्वार तकैं पौंछी ई छै की नौना का भाय्यों न पटाखा फ्वड़ सुरु करि देन। तीस–तीस रूप्या का एक–एक एटम बम……धाय…..धाँय। नसा म धुत्त बरतियों का तेवर देखिक नौनी का बुबा...
View Articleदुबरा तैयारी
गढ़वाली अनुवादः डॉ. कविता भट्ट भितर बिटि जोर-जोर करि हैंसणै आवाजै गुंजणि छै, हैंसण कि दगड़ चाय-पकोड़ों क खुसबू बि औणि छै; जब एक घैक, मीनती अर करीब अधेड़ उमरै कि जननि लम्बू इंटरव्यू दीक ए-सी वळा कमरा...
View Articleकुछ भीगा, तो समझो कुछ रचा गया
लघुकथा.काम का मार्च 24 अन्य अंकों के समान महत्त्वपूर्ण है। देश के अंतर्गत चयनित सभी रचनाकारों की कथाएँ प्रभावी हैं। मेरी पसंद के अंतर्गत डॉ . रत्ना वर्मा जी ने डॉ . सुधा गुप्ता की ‘कन्फेशन’ एवं सुभाष...
View Articleलघुकथाएँ
दिलीप कुमार 1-सत्तर -तीस बाढ़ का पानी उतरते ही बाढ़ राहत सामग्री बँटने की बारी आ गई। ग्राम सभा बड़ी थी, जिसमें पाँच मजरे थे। तीन मजरों में बाढ़ का पानी इतना ज्यादा आया था कि वाही -तबाही जैसे हालात...
View Articleमेरी पसन्द –भाग 5 लघुकथा-विमर्श
मेरी पसन्द – भाग 5 लघुकथा-विमर्श का संकलन है, जिसमें 36 प्रबुद्ध लघुकथाकारों ने अपनी पसन्द की दो-दो लघुकथाओं पर विस्तृत शोध रूपी प्रस्तुति दी है। चूँकि सभी लघुकथाकारों की पसन्द एक-सी नहीं हो सकती, तो...
View Articleपुस्तकें
1-लघुकथा वृत्तांत :सूर्यकांत नागर, प्रथम संस्करण: 2023, पृष्ठ: 120, मूल्य: 190/-, अद्विक पब्लिकेशन, 41, हसनपुर,पड़पड़गंज,दिल्ली-110092 2-उत्कृष्ट लघुकथा विमर्श: संपादक-दीपक गिरकर : प्रथम...
View Articleइकतीसवाँ दिन
समस्या वही पुरानी थी,विधवा माँ की जिंदगीदो बेटों के बीच बाँटी जा रही थी।पंद्रह-पंद्रह दिन तो ठीक थे पर इकतीसवें दिन का खर्चा कौन वहन करेगा।दोनो भाई माथापच्ची कर रहे थे ताकि समाधान भी निकल आए और...
View Articleकसौटी- रश्मि विभा त्रिपाठी
“देख तेरी शादी नहीं चली, तो क्या तेरी जिन्दगी हमेशा के लिए रुक गई? उसी का कब तक मातम मनाएगी। आगे बढ़ और अपनी जिन्दगी का सफर दुबारा शुरू कर” माँ ने नियति को समझाया। नियति- “माँ क्या ये जरूरी है?” माँ-...
View Articleसौदा
“अजी सुनती हो अपनी बेटी के लिए बड़े भैया ने बहुत अच्छा रिश्ता बताया है। इकलौता लड़का है। ” “अरे वाह बड़ी अच्छी खबर सुनाई। न जेठ-जेठानी की कीच-कीच न ननद की चोंचले बाजी बर्दाश्त करनी पड़ेगी।” “बड़े...
View Articleजिज्जी
किसी ने बड़ी जोर से दरवाजा भड़भड़ाया, ऐसा लगा जैसे कोई दरवाजा तोड़ ही देगा, ‘अरे! जिज्जी होंगी, सामने घर में रहती हैं, बुजुर्ग हैं। हमारे सुख-दुख की साथी हैं, जब से शादी होकर आई हूँ इस मोहल्ले में,...
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