भारतीय लघुकथा कोश
आज़ादी के बाद के इतने वर्षों में भी हमने साहित्य के द्वारा राष्ट्रीय अस्मिता की अन्तर्धारा को जोड़ने का काम बहुत कम किया है। हम उस राजनीति के भरोसे बैठे रहे, जो प्राय: तोड़ने का ही काम करती है, जोड़ने का...
View Articleइस सदी की उम्र
इस सदी की उम्र( विक्रम सोनी का लघुकथा साहित्य):सम्पादक- अशोक भाटिया; प्रकाशक- अनुज्ञा बुक्स, दिल्ली-110032,संस्करण-प्रथम 2022, मूल्य-250/-, पृष्ठ-176
View Articleनई पुस्तकें
होना एक शहर का(लघुकथा-संग्रह): स्नेह गोस्वामी, प्रकाशक-देवशीला पब्लिकेशन, पटियाला-147001,पंजाब। द सूप-2 (अँग्रेज़ी अनुवाद एवं सम्पादन)- कल्पना भट्ट, संस्करण: प्रथम-2022,मूल्य-225/-,पृष्ठ-136,...
View Articleकथाः मनुष्य की चिरसहचरी
कथा को मनुष्य की चिरसहचरी माना जाता है। मानव जीवन के आरंभ से ही कथा किसी न किसी रूप में सदा अस्तित्व में रही है। संस्कृत ,पालि ,प्राकृत ,अपभ्रंश में जो दृष्टांत है, वहां से लघुकथा का उत्स कतिपय विद्वान...
View Articleजमाखोर
(अनुवाद :सुकेश साहनी) एक आदमी के पास सुइयों का बहुत बड़ा भण्डार था। एक दिन पड़ोस की एक महिला ने उसके पास आकर कहा, “भैया! मेरे बेटे के कपड़े फट गए हैं। उसके मन्दिर जाने के पहले मैं कपड़े सिल देना चाहती...
View Articleमुआवजा
गढ़वाली अनुवादः डॉ. कविता भट्ट -त आप छन इंचार्ज साब, यु काळी– काळी बैट्रि ये भितर कतगा भद्दी लगणी च। यूँ तैं भैर मोरी क नेडू रखवे द्यावा। –चोरी हूँण कि डैर च। –हूँ चोरी! क्वी मजाक च। तब मि अपड़ा किस्सा...
View Articleथाती
गढ़वाली अनुवादः डॉ. कविता भट्ट सैरू सामान ट्रक म धरे गे छौ। कवि शिवा आज नयाँ मकान म जाणा छा, “अरी गुड़िया!” माँ न जोर से धै लगाई, “चल, सैरू सामान धरे गे।” चार सालै गुड़िया मठु– मठु हिटिक भैर आणी छै। वींक...
View Articleमनीऑर्डर
शिवांगी कौशिक के स्वर में खेमकरण सोमन की लघुकथा सुनने के लिए निम्नलिखित लिन्क को क्लिक कीजिए- मनीऑर्डर
View Articleचौथी आवाज़
पहली आवाज़… “1984 के दिल्ली दंगों में मारे गए सिखों के हत्यारों को फाँसी दो।” एक सामूहिक नारा गूँजा, “फाँसी दो, फाँसी दो!” नारा लगाने वालों में अल्पसंख्यक भी थे, बहुसंख्यक भी। “मित्रों, किसी भी अपराधी...
View ArticleEvaluation
Translated from the Original Hindi by Kanwar Dinesh Singh “Papa, where are you going so early this morning?” Pinky asked her father, who was an officer. “Mehra Babu in our office, you know him? His...
View ArticlePhulo’s Kurta
Translated from the Original Hindi by Kanwar Dinesh Singh We have very small villages here. Some are very small hamlets. From ten to twenty houses to five to six houses and very close by. One village...
View Articleस्त्री-पुरुष सम्बन्धों की लघुकथाएँ
`स्त्री-पुरुष सम्बन्धों की लघुकथाएँ’ का प्रथम संस्करण 1992 में प्रकाशित हुआ था,तब लघुकथा एक परिपक्व विधा के रूप में हिंदी साहित्य में अपने आपको स्थापित कर रही थी और जीवन के विविध रूपों...
View Articleसपने
वह खुशनुमा सुबह थी। पूरब की लाली और मन्द हवा में झूमते वृक्ष उसे अच्छे लगे। उसने काले सफेद बादलों को देखा और इठलाते हुए आगे बढ़ गया । तभी उसे लगा कि बादलों के साथ–साथ वह भी उड़ रहा है। धूल का उड़ना...
View Articleलड़की
त्योहार के मौके पर, खचाखच भरी बस में महिला यात्री केवल दो ही थीं। एक लड़़की, एक अधेड़ उम्र के यात्री के साथ बैठी थी और उसके अभद्र और असंयत व्यवहार पर खीझ रही थी। ठीक उसी के पीछे वाली सीट पर एक महिला...
View Articleइसलिए
आज की डाक से जब उसे एक प्रकाशन संस्थान से इंटरव्यू लेटर मिला तो एकबारगी वह स्तब्ध रह गया। एक लंबे अरसे से वह बेरोजगारी का बोझ ढोते–ढोते हाँफने लगा था। इस बीच न जाने कितने अनाप–शनाप विचार उसके दिमाग में...
View Articleदायित्व बोध
शहर में अचानक ही किसी झगड़े ने बढ़कर दंगे का रूप ले लिया था। काफी प्रयासों के बाद भी स्कूल से निकले मेरे दस वर्षीय लड़के का पता न चल पाया। मैं उसे खोजने स्कूल की ओर निकला तभी पत्नी ने टोका, ‘सुनो...
View Articleपथ प्रदर्शक
‘‘अठारह वर्ष से कम उम्र के बच्चों को तम्बाकू या तम्बाकू से बने पदार्थ बेचना दंडनीय अपराध है।’’ शहर में पान की दुकानों पर यह तख़्ती लगी थी। स्कूल के छोकरे सिगरेट पीना चाह रहे थे। ‘‘ओए, जा ले आ...
View Articleव्यापारी
मैं पोस्ट ऑफिस से स्पीड पोस्ट करवाकर बाहर निकली तो एक सज्जन, जो कुछ समय पहले टिकटें खरीद रहे थे, स्टैंड से अपनी साइकिल हटा रहे थे। उनकी साइकिल के कैरियर पर दुबले–पतले श्यामल तने वाली तुलसी के दो कोमल...
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