चुभन
टप्पऽऽ …टप्पऽ …टप …टप-टप-टप…’ कार-शेड पर गिरी गेंद आंगन में दीवार से टकराकर लुढ़कते हुए कार के नीचे चली गयी। ‘‘क्या है रे…कितनी बार समझाया कि यहां मत खेलो…!’’ नरेश अबकी आपे से बाहर हो गये। वे लैप-टॉप...
View Articleभगवान
वह दौड़ता हुआ आया | दौड़कर आने की वजह से हाँफने लगा | चेहरे पर पसीना चुहचुहा आया | माँ ने कहा, “क्या कोई भूत देख लिया, जो दौड़ता – दौड़ता आ रहा है |” उसके मुँह से आवाज नहीं निकली, लगा कि आवाज गले में...
View Articleलघुकथा-प्रतियोगिता का परिणाम.
लघुकथा आयोजन 2021, हिन्दी प्रचारिणी सभा कैनेडा की ओर से आयोजित लघुकथा-प्रतियोगिता परिणाम निम्नवत् है- प्रथम पुरस्कार:1-डॉ सुषमा गुप्ता–अतीत में खोई हुई वर्तमान की चिट्ठियाँ( 5 हज़ार रुपये) 2-राम करन...
View Articleशब्द- प्रयोग सम्बन्धी सावधानियाँ :
किसी भी व्यक्ति के जीवन में अनुभव और अनुभूति दो भिन्न स्थितियाँ हैं। अनुभव हमें जगत से जोड़ते हैं और अनुभूतियाँ जीवन की विराटता से। अनुभूतिहीनता की स्थिति में ‘सिर्फ अनुभव’ मनुष्य को ठेठ व्यवहारवादी और...
View Articleआत्मिक बन्धन
लगभग पूरे उत्तर एवं पूर्व भारत में ऐसी शीतलहर चल रही थी कि नगरों में जगह-जगह अलाव जलते दिखाई देने लगे । हाड़ कँपानेवाले मौसम में योगेश्वर बाबू और उनकी पत्नी…इस बुढ़ापे को कोस रहे थे । सर्दी और बुढ़ापे में...
View Articleलेखकों के लिए पाठशाला
लघुकथा के आकार-प्रकार, शिल्प और भाव विधान को लेकर अनेक लेख लिखे जा चुके हैं। कहानी और उपन्यास की तरह ही लघुकथा भी गद्य साहित्य में अपने अस्तित्व का उद्घोष कर चुकी है। अब इस संदर्भ में उसे अपनी सार्थकता...
View Articleकथादेश द्वारा पुरस्कृत लघुकथाएँ
पिता महेश शर्मा मेरे हुलिए और पहनावे को लेकर पिताजी हमेशा मुझे टोकते थे – -यह फटी-घिसी जींस क्यों पहन रखी है? कोई ढंग की पैंट नहीं है क्या तम्हारे पास? बालों में तेल क्यों नहीं डालते? भिखारियों की तरह...
View Articleहेकड़ी
हेकडी मित्रों के साथ होटल में उसने अपने जन्मदिन का जश्न मनाया । खाना , डांस मौज मस्ती करके वह बाहर निकला ।उसकी कार पार्किंग में थी। देखा तो वह पंक्चर थी । अब क्या करे?मित्र सब विदा हो चुके थे। इस समय...
View Articleराजा-बेटा
सांत्वना पुरस्कार-2 “क्या माँ! तुम सुबह से रात तक अकेली काम में लगी रहती हो। विकी को बोलो तुम्हारी मदद किया करे।” सिमरन माँ से कहने लगी। “अरे! क्यों तू उसके पीछे पड़ी है…मदद करे! मदद करे! क्या हो गया है...
View Articleशिक्षा-जगत् के गलियारों से निकली लघुकथाएँ
विद्या ददाति विनयं विनयाद् याति पात्रताम्। पात्रत्वाद्धनमाप्नोति धनाद्धर्मं ततः सुखम्॥ शिक्षा का अर्थ क्या है ? शिक्षा शब्द की उतपत्ति संस्कृत भाषा की धातु ‘शिक्ष’ से हुई है जिसका अर्थ है सीखना और...
View Articleखुशी की कुंजी
एक चूल्हे पर दाल खदक रही थी,दूसरे चूल्हे पर भगोने में दूध चढ़ा रखा था। दो डग की दूरी पर बैठी भूमि जाने किस दुनिया में खोई हुई थी। एक आकृति तेजी से चूल्हे की तरफ आयी और उफनते दूध से ढक्कन नीचे गिराकर...
View Articleपुस्तकें
तैंतीसवी पुतली, (लघुकथा संग्रह), डॉ. जसबीर चावला,प्रकाशकः बोधि प्रकाशन,सी-46, सुदर्शन पुरा इंडस्ट्रियल एरिया एक्सटेंशन नाला रोड,22 गोदाम, जयपुर-302006, संस्करण : अक्टूबर 2020,मूल्य-रुपये...
View Articleलघुकथाएँ
1-क्लीन सर का स्वच्छता अभियान पं0गदाधर त्रिवेदी एक स्कूल में अध्यापक हैं। बड़े ही साफ-सफाई वाले हैं। स्वच्छता में विश्वास रखते हैं। कई बार तो घर में झाडू पौंछा स्वयं ही करने लगते हैं। ‘पार्वती तुम्हें...
View Articleडॉ.पुरुषोत्तम दुबे से डॉ.लता अग्रवाल की बातचीत
लता अग्रवाल: लघुकथा विधा से आप कब से जुड़े है? संक्षेप में जानना चाहेंगे। पुरुषोत्तम दुबे: सन् 1969-71 के दरम्यान में हिन्दी प्राध्ययन केन्द्र विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहा...
View Articleआलोचक
अनुवाद’ सुकेश साहनी समुद्र की ओर यात्रा पर जा रहा घुड़सवार एक रात सड़क के किनारे एक सराय पर पहुँचा। उसने दरवाज़े के पास एक पेड़ से घोड़े को बाँधा और सराय में प्रवेश किया। आधी रात को जब सब सो रहे थे, एक...
View Articleपसंदीदा लघुकथाएँ
लघुकथाओं के महासागर में से किन्ही दो लघुकथाओं को पसंदीदा बताना स्वयं लघुकथाकार होते हुए बड़ा धर्मसंकट खड़ा कर देता है। मेरे पास आलोचकों वाली परिष्कृत भाषा तो नहीं है, परंतु विगत कुछ वर्षों में इस विधा...
View Articleलघुकथा कलशःआलेख महाविशेषांक-1
लघुकथा कलश-जुलाई- दिसम्बर 2020 . संपादक- योगराज प्रभाकर ) चिन्तन विविधा,प्रान्त विविधा, विमर्श विविधा,भाषा विविधा,व्यक्तित्व विविधा, साक्षात्कार, प्रकाशन विविधा,संस्मरण, प्राप्त पुस्तकें। पृष्ठ-288,...
View Articleयोजना
गाँव में दो साल पहले एक क्रांति आई । गाँव के कुछ पुराने नलकूप जलस्तर कम होने के कारण थोड़ा कम पानी दे रहे थे। एक दिन एक पढ़े लिखे किसान को एक योजना का पता चला। सबमर्सिबल पम्प लगवाने के लिए सरकार से आधी...
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